किचन की डिजाइन : ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें। Kitchen Design

किचन की डिजाइन : ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें। Kitchen Design

घर में किचन का क्या महत्व है? हर कोई परिचित ही हैं। किचन महज खाना पकाने की जगह है, यह सोचना उचित नहीं है। किचन खाना पकाने के साथ खाना स्वादिष्ट बनाने की भी जगह है। खाना बनाने वाले के मस्तिष्क को शांत रखने और खाने को स्वादिष्ट बनाने में किचन की डिजायन की अहम भूमिका होती है।

किचन की डिजाइन : ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें। Kitchen Design

जरा सोचिए किचन छोटा सा हो, जिसमें कोई खिड़की ना हो और ना ही धुंआ निकलने के लिए कोई चिमनी हो, ऐसे किचन में तो घुसने वाला ही गर्मी के दिनों में बेहोश हो जाता है। भला ऐसे किचन में कोई मन लगाकर स्वादिष्ट खाना कैसे पका सकता है। स्वादिष्ट खाना बनाने और पकाने के लिए खाना पकाने वाले को भी ऐसा माहौल देना जरूरी है, जिसमें वह खाना पका सके। 

किचन क्या होता है? 


किचन (kitchen) जिसे हिंदी में रसोई कहा जाता है। किचन में घर के सभी सदस्यों के लिए खाना पकाया जाता है। किचन में खाना पकाने अथवा बनाने की आवश्यक सामग्री और उपकरण रखे जाते हैं। इस सामग्री में यथा दाल, आटा, सब्जी, दूध, चाय बनाने की सामग्री इत्यादि यहाँ रखी जाती है। इसके अतिरिक्त रसोई में खाने-पीने के बर्तन भी रखे जाते हैं। 

रसोई को संक्षिप्त में परिभाषित किया जाए तो हम कह सकते हैं कि रसोई घर के सदस्यों के ऊर्जा का स्त्रोत हैं। परिवार के सभी सदस्यों को ऊर्जा के लिए खाने की आवश्यकता होती है और यह ऊर्जा खाना खाने से प्राप्त होती है। खाना घर की रसोई में बनता है, ऐसे में रसोई ऊर्जा का स्त्रोत है। घर के सदस्यों को ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक सामग्री भी यहां ही स्टोर की जाती है। ऐसे में रसोई घर का महत्वपूर्ण स्थान है, जो जीवन को बनाये रखने में अपनी भूमिका अदा करती है। 

किचन का डिजायन - 


जब घर में किचन बनाया जा रहा होता है, तब उसके डिजायन का विशेष ख्याल रखा जाना आवश्यक है। किचन परिवार के सदस्यों का ऊर्जा का स्त्रोत है, जो ऊर्जा का स्त्रोत है उसे भी ऊर्जा की आवश्यकता है इसका ख्याल रखा जाना चाहिए। डिजायन इस तरीके से किया जाए जिससे खाना बनाने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार कि कोई परेशानी ना हो। परेशानी और मजबूरी में बने खाने में स्वाद नहीं रहता है और खाने वालों को मजा नहीं आता, ऐसे में रसोई को परफेक्ट तरीके से डिजायन करे तो आइये चर्चा करते है परफेक्ट डिजायन की। 

रसोई की डिजायन में अहम योगदान देने वाले कुछ तथ्यों को पहले प्रकाश में ले आते हैं ताकि आप समझ सके कि किचन की डिजायन में किस चीज़ का सर्वाधिक योगदान होता है और किस चीज़ पर कितना ध्यान दिया जाना चाहिए। आइए जानते हैं, कुछ ऐसे तथ्य - 

किचन की डिजाइन : ध्यान रखने योग्य आवश्यक बातें। Kitchen Design

  • प्लेटफॉर्म/स्टैंड, 
  • बॉक्स, 
  • ट्रॉली, 
  • सिंक, 
  • खिड़की एंव एक्जिट फैन और 
  • इलेक्ट्रिक आइटम्स। 
एक पूर्ण रसोई की डिजायन में इन सभी का सर्वाधिक योगदान होता है ऐसे में रसोई का डिजायन करते समय इनका ध्यान रखा जाना अति आवश्यक है। रसोई इस तरीके से बनाये जिससे वो खुली हुई लगे और रसोई के उपयोग की सामग्री को व्यवस्थित तरीके से रखा जा सके। 

आधुनिक समय में बदलती व्यवस्था और समय की मांग के अनुरुप रसोई को डिजायन किया जाना चाहिए, ताकि भविष्य में किसी प्रकार के परिवर्तन की आवश्यकता को महसूस भी ना किया जा सके। आजकल गैस से खाना पकाना आम है, ऐसे में हम गैस स्टोव को ध्यान में रखते हुए किचन डिजायन के अहम तथ्यों के डिजायन को स्पष्ट करेंगे। 

किचन प्लेटफॉर्म का डिजायन - 


मॉडर्न किचन में गैस स्टोव आने के बाद से खड़े रहकर खाना बनाने का चलन तेजी से बढ़ गया है। खड़े होकर खाना बनाने के लिए स्टोव को ऊंचाई पर रखना होता है। स्टोव को ऊंचाई पर रखने के लिए किचन प्लेटफॉर्म बनाया जाता है। आजकल किचन प्लेटफॉर्म या स्टैंड महज स्टोव रखने की जगह मात्र ना रहकर पूरी रसोई में (सामन्यतः दो साइड पूरी) बनाया जाने लगा है। इस प्लेटफॉर्म के पूरी रसोई में बनाए जाने से इसके डिजायन पर ध्यान देना चाहिए ताकि रसोई का लुक अच्छा बन सके। 

एक बेहतर डिजायन का किचन स्टैंड बनाने के लिए ग्रेनाईट या चिनी मिट्टी की टाइल्स का उपयोग करे। स्टैंड की ऊंचाई घर की महिलाओं की ऊँचाई के अनुसार रखी जानी चाहिए। स्टोव के नीचे सिलेंडर रखने की जगह रखी जानी चाहिए। स्टैंड बिल्कुल कॉर्नर से शुरु कर कॉर्नर तक रखा जाना चाहिए। इसकी जमीन/ आँगन से 3-4 इंच ऊंचाई रखे। डिजायन देने के लिए ऊपर लगाई जाने वाली प्लेट/टाइल्स को थोड़ा बाहर रखे। इसका ढलान वॉश बेसिन की तरफ रखा जाना चाहिए। चौड़ाई 2 फीट तक रखे। 

किचन प्लेटफॉर्म बॉक्स का डिजायन - 


किचन में जब प्लेटफॉर्म या स्टैंड बनाया जाता है तो यह कम से कम रसोई की दो साइड में बनता है। प्लेटफॉर्म को ऊपर से टाइल्स/ग्रेनाइट/मार्बल से बंद किया जाता है। नीचे इसे सपोर्ट देने के लिए 2-3 फीट की दूरी से स्टैंड के लिए मार्बल या ईंट या सीमेंट से सपोर्ट दिया जाता है। इस सपोर्ट के चलते स्टैंड में बॉक्स बन जाते हैं जो पूरे स्टैंड को 4-5 हिस्सों में विभाजित कर देता है। साथ ही एक बेहतर डिजायन देने के लिए बॉक्स का बनाया जाना जरूरी होता है ताकि उस पर दरवाजा लगाया जा सके। 

ऐसे बॉक्स को डिजायन देने के लिए बॉक्स को विभाजित करने वाली दिवारों अथवा टाइल्स को ढक देना चाहिए। सभी बॉक्स को दरवाजे लगाकर बंद किया जाना चाहिए। बॉक्स के दरवाजे लकड़ी या फैब्रिक के बनाने चाहिए। एक बेहतर डिजायन के लिए बॉक्स के दरवाजे की कुंडी लगाने की बजाय ऑटो फिट की क्लिप लगाई जानी चाहिए। गैप बिल्कुल भी नहीं रखना चाहिए। बॉक्स की साइज बड़ी रखी जानी चाहिए ताकि भारी सामान आसानी से रखा जा सके। बड़ी साइज की दशा में बॉक्स के दरवाजे के दो पल्ले रखे जाने चाहिए। 

किचन बॉक्स ट्रॉली का डिजायन - 


किचन में जो प्लेटफॉर्म बनाये जाते हैं, उन्हीं में बॉक्स बनाए जाते हैं। आजकल बॉक्स को दरवाजा लगाकर बंद किए जाने की बजाय इनमे से कुछ मे पुल की जाने वाली ट्रॉली लगाए जाने का चलन बढ़ रहा है। किसी विशेष बॉक्स में दराज (ट्रॉली) बनाई जा सकती है ताकि आवश्यकता के समय पूरा दरवाजा खोलने की आवश्यकता ना हो हो और ट्रॉली से यह भी सुविधा हो जाती है कि कोई सामान लेने के लिए बार-बार बैठने और झुकने की जरूरत नहीं होती है। यह ट्रॉली पूरे बॉक्स को नीचे से ऊपर की ओर 4-5 हिस्से में विभाजित कर देती है, जिससे आवश्यकता का सामान अलग-अलग ट्रॉली में रखा जा सके। 

किचन ट्रॉली को डिजायन देने के लिए इनके विभाजन को इस तरीके से किया जाना चाहिए, जिससे यह अलग-अलग ना लगे। ट्रॉली को खिंचने के लिए लगने वाले हैंडल को थोड़ा बड़ी साइज का रखा जाना चाहिए। इसका रंग इस तरीके से किया जाना चाहिए जिससे यह बॉक्स के दरवाजे के समान ही प्रतीत हो। 

किचन सिंक का डिजायन - 


किचन सिंक एक कॉर्नर में बनाया जाना चाहिए। सिंक की साइज बड़ी रखे तब भी इसे प्लेटफॉर्म के बाहरी (अगले) हिस्से से 3-4 इंच पीछे रखा जाना चाहिए। पानी निकलने के लिए उचित व्यवस्था होनी चाहिए। इसे इस प्रकार से बनाया जाना चाहिए, जिससे पानी के निर्गमन में किसी प्रकार की रुकावट ना हो। साथ ही सिंक के मुँह को प्लेटफॉर्म से थोड़ा नीचे रखा जाना चाहिए। साथ ही सिंक में लगने वाले नल को इस प्रकार से सेट किया जाना चाहिए जिससे पानी बाहर ना आ सके। 

सिंक को डिजाइन करते समय यह ध्यान रखा जाए कि सिंक बॉक्स की भांति पूरी तरह से कवर हो। हो सके तो सिंक के बॉक्स के भी ऐसे ही दरवाजे लगाने चाहिए, जैसे बॉक्स के लगाए जाए। सिंक को पूरी तरह से कवर रखे ताकि उस पर बॉक्स जैसा रंग किया जा सके। 

किचन में खिड़की एंव एक्जिट फैन का डिजायन - 


रसोई पूरे परिवार के सदस्यों के ऊर्जा का स्त्रोत है, सभी को इसी कमरे से खाना तैयार होकर मिलता है। ऐसे में किचन में खिड़की का होना अति आवश्यक है। खिड़की को आप चाहें तो प्लेटफॉर्म के ऊपर भी रख सकते हैं। अगर प्लेटफॉर्म के ऊपर खिड़की रखी जा रही है तो उसे प्लेटफॉर्म से 6 इंच ऊपर रखा जाना चाहिए। आप चाहे तो दूसरी तरफ भी खिड़की रख सकते हैं। ऐसे ही रसोई में एक्जिट फैन का होना आवश्यक है ताकि रसोई में खाना बनाने की प्रक्रिया के दौरान होने वाला धुंआ और गर्म हवा को बाहर निकाला जा सके। 

किचन में खिड़की डिजायन करते समय इस बात का ध्यान रखे कि सूर्य की रोशनी सीधे आँगन पर पड़े ताकि रसोई में उमस और चिपचिप ना हो। साथ ही खिड़की को प्लेटफॉर्म से थोड़ा ऊपर रखे, जो स्टोव के बिल्कुल सामने हो तो बेहतर होगा। ऐसे ही एक्जिट फैन भी स्टोव के बिल्कुल ऊपर दिवार में छत से 5-7 इंच नीचे हो ताकि धुंआ और गर्म हवा को आसानी से बाहर निकाला जा सके। 

इलेक्ट्रिक आइटम्स - 


रसोई में कई इलेक्ट्रिक आइटम्स यथा फ्रिज, मिक्सी और केतली का उपयोग किया जा सकता है। ऐसे में रसोई की डिजायन करते समय इन्हें इस तरीके से लगाया जाना चाहिए, जिससे इनका उपयोग आसान हो और किसी सामान को रखे जाने में अड़चन ना हो। फ्रिज और अन्य उपकरण जिस तरफ प्लेटफॉर्म नहीं है, वहाँ रखे जाने चाहिए। वैसे ही केतली और मिक्सी आदि का उपयोग होता है तो इनका प्लग प्लेटफॉर्म पर दीवार में प्लेटफॉर्म से 1-1.5 फीट ऊपर लगाया जाना चाहिए। 

ऐसे आइटम्स को रखने के लिए दिवार में वहीँ प्लग लगाए जाए, जहां इन्हें रखना है। ऐसे ही अन्य इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स रखने के लिए रसोई को इस तरीके से डिजायन करे जिससे इन्हें रसोई में ऐसी जगह पर सेट किया जा सके जिससे रसोई में जगह की कमी ना हो। 

महत्वपूर्ण प्रश्न -


प्रश्न - किचन (kitchen) को हिन्दी में क्या कहते हैं?

उत्तर - किचन (किचन) को हिन्दी में रसोई घर कहा जाता है। 

प्रश्न - किचन की साइज कितनी रखी जानी चाहिए?

उत्तर - एक समान्य किचन की साइज 10*8 उचित रहती है। जगह की अधिकता पर 10*10 भी बेहतर हो सकती है। जगह कम होने पर इसे कम भी किया जा सकता है। 

प्रश्न - क्या छोटे किचन में स्टैंड लगाया जाना चाहिए?

उत्तर - हाँ, छोटे किचन में कम से कम स्टोव के लिए स्टैंड लगाया जाना चाहिए। ऐसा गैस कंपनी के नियमो में भी उल्लेखित है। 

प्रश्न - किचन डिजायन के कैसा रंग किया जाना चाहिए?

उत्तर - किचन को डिजायन करते समय यह ध्यान रखें कि किचन में सफेद रंग किया जाना है, क्योंकि सफेद रंग पर सफाई करने में आसानी रहती है। जाले और अन्य गंदगी की पहचान आसान हो जाती है। 

प्रश्न - किचन किस जगह बनाना चाहिए?

उत्तर - घर में किचन ऐसी जगह बनाया जाना चाहिए जहां से धुंआ आसानी से निकल सके और सूर्योदय की किरण सीधे किसानों किचन तक पहुंच सके। 

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