भारत एक अनोखा देश है, जहां प्रत्येक व्यक्ति के पास स्वास्थ्य और अन्य शारीरिक समस्याओं को दूर करने के उपाय होते हैं। यहां अस्पताल से अधिक नानी दादी के नुस्खे से इलाज की सलाह देना आम बात है। हर किसी के पास ऐसे नुस्खे की भरमार होती है। आप किसी सार्वजानिक स्थल पर थोड़े से लंगड़ा कर चल ले, फिर देखिए कितने नुस्खे मिल जाते हैं, इसे ठीक करने के।
ये नुस्खे किसी चोट या बीमारी को ठीक करने तक ही सीमित नहीं है। ऐसे नुस्खों की परीक्षण (टेस्ट) किए जाने की भी भरमार है। आजकल आयुर्विज्ञान के डॉक्टर (चिकित्सक) टेस्ट से किसी बीमारी या स्थिति का पता लगाते हैं, ऐसी बीमारी या स्थिति का पता लगाने के लिए भारतीय नुस्खा आजमाने की सलाह देते हैं।
ऐसे नुस्खों से भरे हुए देश में गर्भावस्था (प्रेग्नेंसी/प्रेगनेंसी) की जांच करने के लिए भी नुस्खा अपनाया जाता रहा है, सदियों से।। प्रेगनेंसी जांचने के लिए जो सबसे प्रचलित नुस्खा है, वो है नमक से टेस्ट। नमक से प्रेगनेंसी जांच कैसे होती है? आइए आपको बताते हैं विस्तार से।
प्रेगनेंसी क्या होती है?
मादा द्वारा गर्भधारण को अँग्रेजी में प्रेग्नेंसी या प्रेगनेंसी कहा जाता है। कुदरत का सिद्धांत है कि सभी जीवों की उत्पत्ति मादा के गर्भ से होती है। मादा द्वारा गर्भधारण के लिए नर से मिलन की आवश्यकता होती है। नर के मिलन के समय परिस्थितियों के अनुकूल होने पर मादा द्वारा गर्भधारण कर लिया जाता है।
गर्भधारण करने के पाश्चात् शिशु की उत्पत्ति होना प्राकृतिक नियम है। ऐसे में खासतौर से मानव अपने स्वास्थ्य, समाज और परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए इसका पता लगा आवश्यक कदम उठाता है। प्रेग्नेंसी के दौरान मादा द्वारा कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ता है।
प्रेगनेंसी का नमक से पता लगाना या नमक टेस्ट -
आधुनिक समय में प्रेग्नेंसी का पता लगाने के लिए कई प्रकार की मशीने और जांच उपलब्ध हैं, जो शत प्रतिशत सही परिणाम देती है। किंतु प्राचीन काल में विज्ञान के अभाव में इस प्रकार की मशीनों और जांच के तरीकों का अभाव था। उस समय प्रेग्नेंसी का पता लगाने के लिए घरेलू नुस्खे काम में लिए जाते थे। आज भी कुछ लोग ऐसे नुस्खे काम में लेते हैं।
नमक से प्रेगनेंसी का पता लगाने के लिए सदियों से घरेलू नुस्खे की तरह इसे आजमाया जाता रहा है। सदियों से प्रेग्नेंसी का पता लगाने के लिए घर पर नमक से टेस्ट कर गर्भधारण का पता लगाया जाता रहा है। यह नुस्खा घर पर आसानी से किया जा सकता है।
कैसे करते हैं नमक से प्रेग्नेंसी टेस्ट -
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट को घर पर किया जा सकता है। इसे घर पर करने के लिए आपको निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी।
- एक सफेद पारदर्शी साफ बोतल,
- 50 ग्राम नमक,
- 50 ग्राम उस मादा का मूत्र जिसे टेस्ट कराना है।
आपको सबसे पहले सवेरे उठकर एक सफेद, पारदर्शी और साफ बोतल या डिब्बे में 20 ग्राम मूत्र डाल दीजिए। इसके बाद इतनी ही मात्रा में साफ नमक डाल दीजिए। इसके बाद इसे ढंककर रख दीजिए। इसे किसी ऐसे स्थान पर रखे जो अधिक गर्म ना हो।
कैसे पता चलेगा नमक टेस्ट से प्रेगनेंसी का?
आपने जिस डिब्बे में मूत्र और नमक को मिलाकर रखा है, उस डिब्बे को आप आधे घण्टे बाद देख सकते हैं, लेकिन आप 24 घण्टे के बाद देखते हैं तो परिणाम बेहतर प्राप्त हो सकते हैं। इसके सकारात्मक और नकारात्मक परिणाम निम्नलिखित तरीके से प्राप्त होगा -
सकारात्मक परिणाम -
अगर गर्भावस्था का परिणाम सकारात्मक है तो आपको यह मिश्रण सफेद या दूधिया रंग का दिखाई देगा। नमक पूरी तरह से पेशाब या मूत्र में मिल जाएगा। इससे इस मिश्रण में सफेद झाग नजर आयेंगे। नमक और पेशाब के मिश्रण से यह गाढ़ा हो जाता है।
नकारात्मक परिणाम -
अगर इस मिश्रण में 24 घण्टे बाद भी कोई परिवर्तन ना आए, ना इस पर कोई झाग आए और ना ही मिश्रण सफेद नजर आए तो समझ जाए आप प्रेग्नेंट नहीं है। किसी प्रकार का परिवर्तन ना होना इस बात का संकेत है कि किसी प्रकार का संकेत नहीं है, प्रेग्नेंट होने का।
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कब करे?
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट करने के इच्छुक अक्सर गूगल करते रहते हैं कि नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए? ब्लॉग के कमेन्ट बॉक्स में भी ऐसे प्रश्न आते रहते हैं। ऐसे में अधिकांश जगह यह ही बताया जाता है, हमने भी सवेरे का ही बताया हैं। कई लोग सवेरे कि बजाय किसी भी समय का बता देते हैं जो उचित नहीं है। सवेरे ही सबसे बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकते हैं, खासतौर से गर्मी के मौसम में।
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कितने समय बाद करे?
नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट कब और कितने समय बाद किया जाना चाहिए। यह प्रश्न सम्भोग समय से सम्बन्धित है। सम्भोग के बाद पुरुष के शुक्राणु महिला के गर्भाश्य में जाकर डिम्ब का निर्माण करते हैं। यह डिम्ब बनने के साथ ही गर्भधारण निर्धारित होता है। डिम्ब बनने की प्रक्रिया में न्यूनतम 5 दिन का समय आसानी से लग जाता है। ऐसे में नमक से प्रेग्नेंसी टेस्ट सम्भोग करने के कम से कम 5 दिन बाद किया जाना चाहिए। कई बार 5 दिन में भी उचित परिणाम प्राप्त नहीं होते हैं, ऐसे में इसे कुछ दिन बाद भी कर सकते हैं। ऐसे में 10 दिन बाद यह काफी सुरक्षित रहता है।
नमक टेस्ट करने के लिए उचित समय एक सप्ताह का समय उचित रहता है। एक सप्ताह बाद टेस्ट उचित परिणाम देते हैं। ऐसे में एक सप्ताह का इंतजार अवश्य किया जाना चाहिए।
क्या नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट के सही परिणाम मिलते हैं?
सबसे बड़ा सवाल अब भी आपके दिमाग में घूम रहा होगा कि क्या वास्तव में नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट के क्या सही परिणाम प्राप्त होते हैं। ऐसे में आपको स्पष्ट रूप से बता दे कि अब तक इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। ना ही किसी संस्थान या शोधार्थी द्वारा इस विषय पर कोई शोध किया है। यह जानकारी केवल दादी नानी के नुस्खों तक ही सीमित है।
इस विषय पर शोध नहीं होने का कारण इसका असंगठित होना भी हो सकता है। इस विषय पर शोध किए जाने से किसी कंपनी को किसी प्रकार का लाभ होने का कोई प्रमाण नहीं है। कोई भी कंपनी इस तरह का कोई उत्पाद बना बाजार में नहीं उतार सकती है और ना ही इस विषय पर किसी विशेषज्ञता का अध्ययन शुरु किया जा सकता है, इसी के कारण इस पर शोध नहीं किया जा सकता है और ना ही किया गया।
किसी प्रकार के शोध के अभाव में और विशेषज्ञता के अभाव में हम इसे सही नहीं कह सकते हैं। हम बिलकुल भी आपको इस बात के लिए आश्वस्त कर सकते हैं कि इसके परिणाम शत प्रतिशत सत्य होते हैं। इसके परिणाम असत्य होने का भी कोई सबूत नहीं है। दोनों तरफ का पलड़ा समान है।
यह विषय शोध और अध्ययन के लिए खुला है। इस विषय पर कोई शोधार्थी या अस्पताल शोध कर सकता है। कोई व्यक्ति विशेष द्वारा किया गया शोध शत प्रतिशत सही परिणाम नहीं दे सकता है क्योंकि यह एक या दो व्यक्ति विशेष तक ही सीमित हो जाता है। सही परिणाम प्राप्त करने के लिए न्यूनतम 100 या इससे अधिक आँकडे की आवश्यकता होती है।
क्या नमक से प्रेगनेंसी टेस्ट काफी है?
नमक से किया गया प्रेग्नेंसी टेस्ट काफी नहीं है। यह बिल्कुल सत्य है या इसमे कुछ सच्चाई है या नहीं। ऐसी किसी बात का कोई प्रमाण नहीं है। अब तक इस विषय पर शोध नहीं हुआ है। जिस विषय पर शोध नहीं हुआ है, उसके बारे में कुछ भी सत्यता से नहीं कहा जा सकता है। ऐसे में आप पूरी तरह से नमक से प्रेग्नेंसी टेस्ट करने के बाद आश्वासत ना हो।
इस प्रकार के टेस्ट के परिणाम डिब्बे और नमक की अशुद्धता से परिवर्तित हो सकते हैं। इस प्रकार के टेस्ट के परिणाम वातावरण से भी परिवर्तित हो सकते हैं। साथ ही इस टेस्ट को करने के लिए पूरी तरह से शुद्ध प्रक्रिया के साथ ही परिणाम को ज्ञात करने का भी अभाव है।
इसकी कई प्रकार की कमियों को ध्यान में रखते हुए यह स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि नमक से प्रेग्नेंसी टेस्ट आपको एक अनुमान प्रदान कर सकता है किन्तु यह पूर्ण सत्य या असत्य है यह नहीं माने। इसके द्वारा किए जाने वाले परिणाम से आप पूरी तरह से आश्वस्त ना रहे। आप सही जानकारी के लिए अन्य टेस्ट भी करे या कराएं।
प्रेग्नेंसी का वास्तविक परिणाम जानने के लिए क्या करे?
प्रेगनेंसी टेस्ट का वास्तविक परिणाम जानने के लिए अस्पताल का रुख करना चाहिए। सरकारी अस्पतालों में इस प्रकार के टेस्ट निःशुल्क किए जाते हैं। सरकारी अस्पताल में आप प्रेग्नेंसी किट के द्वारा या सोनोग्राफी के माध्यम से इसकी वास्तविकता की जांच करा सकते हैं। अस्पताल द्वारा किए जाने वाले टेस्ट शत प्रतिशत रूप से वैज्ञानिक होने के साथ शुद्ध भी है। आपको यहां इस बात के लिए भी आश्वस्त कर देते हैं कि सोनोग्राफी कराना गलत नहीं है। लिंग जांच गलत है, आप अस्पताल में अपना परिचय पत्र जमा करा सोनोग्राफी करा सकते हैं।
सोनोग्राफी सही परिमाण देती है, इसे विशेषज्ञ व्यक्ति से ही कराया जा सकता है। इसके माध्यम से लिंग जांच अवैध है, ऐसा करने पर भारी जुर्माना राशि के साथ कारावास भी हो सकता है।
घर पर वैज्ञानिक रुप से प्रेगनेंसी की जांच करने के लिए प्रेग्नेंसी जांच किट बाजार से खरीद कर उस पर लिखे हुए नियमो का पालन करते हुए आप शुद्ध और वैज्ञानिक जांच कर सकते हैं। इसके लिए आपको किसी मेडिकल स्टोर से किट खरीदकर उसे सही तरीके से इस्तेमाल करते हुए जांच करना होगा। आए हुए परिणाम को भी सही से मिलान करना होगा।
0 टिप्पणियाँ