कुरकुरे आज किस घर में बच्चे नहीं खाते हैं। हर घर में बच्चे कुरकुरे खरीदने और खाने के लिए जिद करते हैं। बच्चों में कुरकुरे इतने अधिक प्रसिद्ध हो गए हैं कि वह फल और अन्य खाद्य सामग्री मे कुरकुरे को वरीयता देते हैं। घर के छोटे बच्चे कभी अपने माता-पिता, परिजन या किसी रिश्तेदार के साथ बाजार जाते हैं, तो सबसे पहले कुरकुरे लेने की जिद करते हैं। अगर उन्हें कुरकुरे नहीं दिलाए तो पूरा बाजार ही सिर पर ले लेते हैं। ऐसे ही घर का कोई सदस्य बाजार या बाहर किसी काम से जाता है तो बच्चे उससे कुरकुरे लाने के लिए कहते हैं।
बच्चों में कुरकुरे खाने की जो आदतें पैदा हो रही है, वह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए ठीक नही हैं। यह बच्चों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर विपरित असर करने के साथ ही उनके खान-पान की आदत को भी खराब कर रही है। सही शब्दों में कहा जाए तो कोई भी प्लास्टिक की थैलियों में पैक आने वाला सामान बच्चों के लिए ठीक नहीं है। प्लास्टिक थैलियों में आने वाले सामान को छोड़ कुरकुरे की बात करें तो यह तो बिलकुल भी उपयुक्त नहीं हैं। लेकिन बच्चे इतने समझदार नहीं होते हैं कि वो सही फैसला कर सके। उन्हें अपने लिए क्या सही है और क्या गलत हैं? यह समझ सके। ऐसे में माता-पिता को अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बच्चों को इससे दूर करने के लिए हरसंभव प्रयास करना चाहिए।
कुरकुरे के लिए बच्चों के बहाने -
कुरकुरे खाने के लिए बच्चे कई तरह के बहाने करते हैं। कुरकुरे के लिए बच्चे कई प्रकार की जिद भी करते हैं। बच्चों द्वारा कुरकुरे खाने की जिद और बहाने के निम्नलिखित में से कोई भी कारण हो सकता है। कुछ कारण निम्नलिखित हो सकते हैं -
- सस्ते हैं - बच्चे कुरकुरे खाने के लिए हमेशा कहते रहते हैं। यह जिद करते हुए कहते हैं कि कुरकुरे बिल्कुल सस्ते होते हैं। यह दूसरी चीजों से बिल्कुल सस्ते मिलते है, यह केवल ₹5/- में ही मिल जाते हैं, इससे सस्ती कोई और चीज़ नहीं मिलती है।
- खिलौना मिलता है - बच्चें कुरकुरे खाने के लिए कहते हैं कि इसके साथ में खिलौना एकदम मुफ्त मिलता है। हालांकि कई कुरकुरे के पैकेट में खिलौना साथ में बिल्कुल निशुल्क होता है। इसमे मुफ्त मिलने वाले खिलौनों को कई बच्चे कुरकुरे के साथ खा जाते हैं। इन्हें खाने से कई बार बच्चों की मौत होने की खबरे आती है क्योंकि खिलौना पाचन योग्य नहीं होने के साथ ही श्वासनली में अटक भी जाता है, जिससे साँस नहीं आने से बच्चों की मौत हो जाती है।
- पसंद का कार्टून - कुरकुरे के पैकेट पर किसी ना किसी कार्टून का चित्र अवश्य ही बना हुआ होता है, इस कार्टून को देखकर बच्चे कहते हैं कि यह मेरा प्रिय कार्टून है, इसलिए मैं इसे खरीदूंगा। बस यही चाहिए, इसके अलावा कुछ नहीं चाहिए, यह तो दिला दो। ऐसा कहते हुए ऐसी शकल बना देते हैं कि माता-पिता उन्हें आखिर में दिला ही देते हैं।
- वो भी खाता है - बच्चे जब कुरकुरे की जिद करते हैं तो उन्हें कुरकुरे नहीं दिलाने पर वो दूसरे बच्चों का उदाहरण देना शुरु कर देते हैं और कहते हैं कि वो बच्चा भी खाता है, वो बहुत खुश हैं उसके माता-पिता भी अच्छे हैं। ऐसे में थक हारकर बच्चे को कुरकुरे दिलाने पड़ते हैं।
- दूसरा नहीं खाऊँगा - बच्चे कुरकुरे की जिद में अपने माता पिता को मनाने के लिए कहते हैं कि बस यह कुरकुरे दिला दीजिए फिर आपसे दूसरी किसी वस्तु के लिए नहीं कहूँगा। माता-पिता भी बच्चे की जिद का आदर करते हुए कई बार उसकी बात को मान लेते हैं। और कई बार पैसे बचाने के लिए भी ऐसी जिद को स्वीकार कर लेते हैं।
- जिद करना - बच्चे कुरकुरे खाने की जिद करते रहते हैं। इसी जिद के कारण ही बच्चे जिद करते हैं, कुरकुरे खाने की। यह जिद देखकर माता-पिता उन्हें कुरकुरे दिला देते हैं। इसी के कारण यह यह पूरी करने के लिए मात-पिता और अन्य परिजन उन्हें कुरकुरे दिला देते हैं।
- यह बढ़िया है - कुरकुरे के पैकेट को देखते ही बच्चे चिल्लाना शुरू कर देते हैं कि यह तो बहुत बढ़िया है, यह ऐसा-वैसा कुरकुरा नहीं है। इसी के कारण कई बार उन्हें माता-पिता कुरकुरे दिला देते हैं।
- फ्रूट नहीं खाना - कुरकुरे को बच्चे फ्रूट से भी अधिक वरीयता देते हैं। बच्चे फ्रूट की बजाय कुरकुरे खाना अधिक पसंद करते हैं। यह आदत अच्छी नहीं होती, माता-पिता को इस तरफ ध्यान देना चाहिए।
- खाना नहीं खाना - बच्चे जिद करते हुए कह देते हैं कि मुझे कुरकुरे नहीं मिले तो खाना नहीं खाना। ऐसी स्थिति में परिजनों को बच्चे को समझाने के स्थान पर कुरकुरे का पैकेट थमा दिया जाता है।
- बात नहीं करूंगा - बच्चे जिद करते हुए कह देते हैं कि अब मैं आपसे कोई बात नहीं करूंगा। ऐसी बात को सुनते ही माता-पिता बच्चे को कुरकुरे दिला देते हैं जो पूर्ण रुप से गलत है।
- कल भी नहीं खाया - कभी बच्चे अपनी बात को मनाने के लिए जिद करने के साथ ही कहने लगते हैं कि मैंने कल भी कुरकुरा नहीं खाया था, इसलिए आज तो खाऊँगा ही। बच्चों की इस जिद के कारण उनकी इच्छा को पूरा कर दिया जाता है।
उपर्युक्त सभी के अतिरिक्त कई और भी कारण होते हैं, उन्हीं के चलते भी बच्चे बहाना करते हुए अपनी कुरकुरे खाने की इच्छा को पूरा कर देते हैं। उदाहरणार्थ आप तो बिल्कुल अच्छे नहीं है, आप मुझे कुरकुरे भी नहीं दिलाते हैं, आप कंजूस है इत्यादि।
कोई भी बात हो बच्चे अपनी बात को मनाने के लिए किसी भी प्रकार के बहाने बनाने के साथ जिद कर देते हैं और माता-पिता भी उनकी जिद को मानने के लिए ऊटपटांग चीजे दे देते हैं। यह बिल्कुल भी उचित नहीं है। खासतौर से कुरकुरे खाने से बच्चों को कई प्रकार के नुकसान भी होते हैं, आइए उन्हें भी देख लेते हैं।
कुरकुरे बच्चों के लिए नुकसानदायक -
कुरकुरे का सेवन बच्चों के लिए बहुत ही घातक है। कुरकुरे खाने से बच्चों को कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है, साथ ही स्वास्थ्य संबंधित विकार भी पैदा होते हैं। ऐसे में माता-पिता का दायित्व है कि बच्चों को कुरकुरे से दूर रखें।
आइए चर्चा करते हैं कि कुरकुरे के सेवन से किस प्रकार की बीमारियां और स्वास्थ्य संबंधित विकार पैदा हो सकते हैं।
- कुरकुरे का रंग-बिरंगा पैकेट : - बच्चे कुरकुरे के रंग-बिरंगे पैकेट को देखकर ही आकर्षित होते हैं और यह पैकेट का रंग बिरंगा रंग ही बच्चों के स्वास्थ्य के लिए घातक बनता है क्योंकि यह रंग हल्का होने के कारण उतर कर कुरकुरे पर चिपक जाता है। ऐसे में बच्चे कुरकुरे के साथ अखाद्य रंग और बच्चों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव करता है।
- मोटापा होना:- कुरकुरो में आवश्यकता से ज़्यादा तेल और मसाला होता है, जिससे बच्चों को मोटापे का खतरा रहता है।
- बल्ड प्रेशर की समस्याएं :- कुरकुरे को अधिक समय तक खराब होने से बचाने के लिए इसमें नमक अधिक डाला जाता है। इसकी मात्रा ज़्यादा होती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा रहता है।
- घातक रसायन :- कुरकुरे को ताज़ा रखने के लिए कई रसायनों का इस्तेमाल किया जाता है, इसे खाने से बच्चों का स्वास्थ्य बिगड़ सकता है।
- अनावश्यक वसा :- बच्चे की आवश्यकता से अधिक कुरकुरे में कैलोरी और वसा ज़्यादा होती है, इससे कुपोषण भी हो सकता है।
- लिवर पर विपरीत प्रभाव :- ज़्यादा कुरकुरे खाने से लिवर और हार्ट खराब हो सकता है।
- दन्तावली को खराब करना :- कुरकुरे दांतों पर चिपक जाते है, जिसके कारण बैक्टीरिया पैदा होते हैं, जो दांतों में सड़न का कारण बन सकते हैं।
- पेट दर्द :- ज़्यादा कुरकुरे खाने से पेट में दर्द हो सकता है।
- विकास अवरुद्ध करना :- कुरकुरे खाने से बच्चों के विकास में बाधा आ सकती है और इसका असर दिमाग पर भी पड़ सकता है.
- भूख कि कमी :- कुरकुरे खाने से भूख कम होती जाती हैं।
कुरकुरे के सेवन से उपरोक्त सभी के अतिरिक्त भी कहीं दोष पैदा हो सकते हैं उदाहरण के लिए कब्ज उल्टी दस्त इस तरीके क्षणिक दोष भी हो सकते हैं।
अन्य प्रश्न
प्रश्न: क्या कुरकुरे (Kurkure),लेज़ (Lays), इत्यादि सेहत के लिए हानिकारक हैं?
उत्तर : हां, कुरकुरे और लेज इत्यादि स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह होते हैं। दांतों के चिपक जाने से यह अधिक देर तक अंदर रहने से दांतों में सड़न जैसे विकार उत्पन्न होता है। इसमें अत्यधिक मसाला तथा तेल का प्रयोग होता है, जिससे मोटापे का भी खतरा रहता है।
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