मेटा एआई फायदेमंद है लेकिन भरोसेमंद नहीं। Meta AI

मेटा एआई फायदेमंद है लेकिन भरोसेमंद नहीं। Meta AI

मेटा ने हाल ही में व्हाट्सएप और मैसेंजर एप में भी एआई (Artificial Intelligency) शुरु कर दिया है। दोनों एप को अगर आपने हाल ही में अपडेट किया है तो इनमे नीचे वाले आइकन में आपको नीला घेरा स्क्रीन पर नज़र आया होगा। यह नीला घेरा ही मेटा एआई हैं।

मेटा एआई फायदेमंद है लेकिन भरोसेमंद नहीं। Meta AI

मेटा एआई के बारे में बताया जा रहा है, लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए यह अब तक का सबसे उपयुक्त कदम उठाया गया है, मेटा द्वारा। लोग अक्सर जो सवाल लोगों से पूछते हैं कि, अब ऐसे सवाल मेटा एआई से किए जाएंगे और तत्काल उसका उत्तर भी मिल जाएगा। कई लोग इसे चैट जीपीटी का प्रतिस्पर्धी मान रहे हैं तो मीडिया इसका महिमा मंडन करते थक ही नहीं रहा है। लोग भी बड़े उत्सुक नजर आ रहे हैं, मेटा द्वारा हाल में लाए गए इस फंक्शन की को देखकर। 

मेटा एआई क्या है? 


जैसा कि आपको पता ही है कि मेटा एक अमेरिकी कंपनी है, जो फेसबुक और व्हाट्सएप को संचालित करती है। एआई का अर्थ Artificial Intelligency (कृत्रिम बुद्धिमता) से है। यह कृत्रिम तरीके से विकसित की गई बौद्धिक शक्ति हैं। इसे रोबॉटिक आधार पर तैयार किया जाता है, जो तर्को के आधार पर समस्या समाधान या प्रश्नो के उत्तर देता है। इसे मशीनों के जरिए तैयार किया जाता है और मशीनों के जरिए ही उपयोग में लिया जाता है। यह मशीन मनुष्य के दिमाग की भांति कार्य कर जबाब देती है, लेकिन मनुष्य नहीं होने के कारण इसे कृत्रिम बुद्धिमता कहा जाता है। 

मेटा एआई भी एक रोबॉटिक सिस्टम है। जो सॉफ्टवेयर पर आधारित है। जैसे ही आप इसे खोलकर किसी प्रकार का प्रश्न करते हैं तो यह तत्काल उत्तर देता है। आप जब भी कोई प्रश्न करेंगे यह आपको कुछ पल मे उत्तर दे देगा। मेटा एआई उत्तर देने के लिए गूगल पर जो सूचना उपलब्ध होती है, उन्हीं के आधार पर उत्तर देता है। यह गूगल के मुकाबले में तीव्र गति से उत्तर देता है। गूगल से जब हम कोई प्रश्न करते हैं तो गूगल हमे कुछ लिंक प्रदान करता है और हम उन लिंक को खोलकर पढ़ते हैं। लेकिन यह लिंक देने की बजाय सीधे उत्तर ही देता है। 

मेटा एआई की कार्यप्रणाली? 


मेटा एआई कि लॉन्चिंग के बाद इसकी मीडिया और सोशल मीडिया में हुई महिमामंडन के बाद हम भी इसके उत्तर और महता को जानने के लिए इच्छुक हो गए। हमने भी कई प्रश्न कर डाले, यह जानने के लिए की उत्तर कितने सटीक है और किस प्रकार से काम कर रहा है? हमने भी कुछ सवाल कर इसकी कार्यप्रणाली और उत्तरों की सटीकता को जानने की कोशिश की। बिना किसी की कार्य प्रणाली और उत्तरों की सटीकता को जाने किसी के बारे में सही जानकारी प्राप्त नहीं हो सकती और ना ही कोई टिप्पणी की जा सकती है। 

मेटा एआई द्वारा जो प्रश्न का उत्तर दिया जाता है, वो काफी संक्षिप्त और बिंदु वार होता है। जैसे ही हम प्रश्न करते है, यह उत्तर लिखना शुरु कर देता है। इसके द्वारा दिया जाने वाला उत्तर गूगल द्वारा संग्रहित किए गए डेटा से होता है। साथ ही गूगल का एक लिंक भी दिया जाता है। इस लिंक से सर्च इंजन की स्पीड के मुकाबले में थोड़ी तेज स्पीड होती है। वहाँ से आप सीधे लिंक खोलकर भी पढ़ सकते हैं। 

कैसे काम करता हैं मेटा एआई?


मेटा एआई के उपयोग को लेकर कई लोगों के सवाल अब ही है, आखिर इसका उपयोग किस तरीके से किया जा सकता है? आप जैसे ही स्क्रीन के निचले हिस्से में दिख रही नीली रिंग को टच करते हैं तो आपके सामने स्क्रीन और टाइप करने के लिए की बोर्ड खुल जाता है। आपको स्क्रीन पर 'type a message' लिखा हुआ नजर आता है। यहां आप वो प्रश्न लिखे जो आपको पूछना है। जैसे ही आप प्रश्न लिख देते हैं या कोई भी शब्द जो आपको जानना है उदाहरण के लिए 'दिल्ली' लिख दिया। अब इसके ठीक सामने सेंड जैसा निशान बना हुआ है, उसे टच कर दीजिए। इतना करते ही आपके सामने उत्तर आ जाएगा। 

यह उत्तर मेटा द्वारा अपने एल्गोरिदम द्वारा कार्य करता हैं। यह एक एआई असिस्टेंट है जो अपने उपयोगकर्ताओं के प्रश्नों को समझने और उनका जवाब देने के लिए प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण (एनएलपी) और मशीन लर्निंग एल्गोरिदम का उपयोग करता है। इसका यह काम इस तरीके से होता है - 

  • विश्लेषण - जैसे ही उपयोगकर्ता मेटा एआई से कोई प्रश्न करता हैं तो सबसे पहले य़ह उस प्रश्न के अर्थ को समझने के लिए शब्दों और संकेतों का जो प्रश्न के जरिए पूछे हैं उनका विश्लेषण करता हैं।
  • ज्ञान - जब उपयोगकर्ता द्वारा प्रश्न किया जाता है तो उसके विश्लेषण के बाद इसे मशीन की भाषा में खुद समझने के लिए मशीन की भाषा का उपयोग कर उससे सम्बन्धित संदर्भ और ज्ञान तक पहुंचता है और यह स्पष्ट करता हैं कि उसके पास उत्तर है या नहीं। 
  • उत्तर - जैसे ही यह स्पष्ट हो जाता है कि उपयोगकर्ता द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर है तो यह उपयोगकर्ता को उसके द्वारा पूछे गए प्रश्न का उत्तर प्रदान करता है।

विशेष तथ्य - 

  • सीखना - एआई की सबसे प्रमुख बात है कि आपके द्वारा की गई क्रिया को यह स्टोर कर खुद सीखता है। यह समय के साथ अपनी प्रतिक्रियाओं को बेहतर बनाने के लिए उपयोगकर्ता की प्रतिक्रिया से सीखता है।
  • तंत्रिका वास्तुकला खोज (Neural Architecture Search) - जब भी हम कोई प्रश्न करते हैं तो यह हाई स्पीड के साथ उन सभी संग्रह या जानकारी की खोज कर उत्तर देता है जिनकी खोज ज्यादा हुई है अथवा जो प्रश्न बार-बार पूछे जाते हैं तब गूगल द्वारा जो जवाब दिया जाता है और जो सबसे पहले होता है, जिस पर सर्वाधिक व्यू होते हैं। सर्वाधिक व्यू वाले आर्टिकल से उत्तर होता है। ।
  • अत्याधुनिक भाषा मॉडल - मेटा एआई अपने उपयोगकर्ता के प्रश्नों को समझने और उनका जवाब देने के लिए आधुनिक मशीनरी भाषा को ईस्तेमाल करता हैं, यह भाषा आपके किसी भी सवाल को विभिन्न मशीनी भाषा में बदल उत्तर देने में सक्षम होती है। 

उत्तरों की सटीकता - 


मेटा एआई द्वारा स्पष्ट और सटीक उत्तर बहुत ही कम समय में देने का दावा किया जाता है। आपको भी इस प्रश्न का उत्तर अवश्य जानना हैं कि मेटा एआई द्वारा दिए जाने वाले उत्तर कितने सटीक होते हैं? क्या मेटा एआई द्वारा दिए जाने वाले उत्तर बिल्कुल सही होते हैं? मेटा एआई के उत्तर को सही मान लेना चाहिए? आदि। इस प्रकार के कई प्रश्न आपके मन में तैर रहे होंगे। हमने आपके ऐसे प्रश्नो का समाधान करने के लिए मेटा एआई से कुछ प्रश्न किए ताकि उत्तर की सटीकता और प्रासंगिकता का पता लगाया जा सके। हमे जो जवाब मिले उन्हें हम आपके साथ शेयर करना चाहते हैं ताकि आप इसकी प्रासंगिकता को बेहतर तरीके से समझ सके। 

हमने प्रश्न किया - कॉमर्स (Commerce) 


मेटा एआई द्वारा - 


मेटा एआई द्वारा जो जबाब अंग्रेजी भाषा में दिया गया, उसका स्क्रीन शॉट आप देख सकते हैं। 

मेटा एआई फायदेमंद है लेकिन भरोसेमंद नहीं। Meta AI

इसका हिंदी अनुवाद कुछ इस तरीके से होगा - 
"वाणिज्य का तात्पर्य वस्तुओं और सेवाओं के क्रय-विक्रय और व्यवसायों, संगठनों और व्यक्तियों के बीच किसी मूल्यवान वस्तुओं के आदान-प्रदान से है। इसमें विभिन्न पहलू शामिल हैं जैसे: - 
  • वित्त
  • विपणन
  • लेखांकन
  • प्रबंध
  • अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
  • अर्थशास्त्र
  • उद्यमिता
वाणिज्य व्यवसाय और उद्योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और किसी देश की आर्थिक विकास और वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करता हैं। वाणिज्य की कुछ मुख्य शाखाओं में शामिल हैं:
  • ई-कॉमर्स
  • अंतरराष्ट्रीय वाणिज्य
  • व्यापार वाणिज्य
  • वाणिज्य शिक्षा
  • वाणिज्य अनुसंधान
वाणिज्य में कुछ प्रमुख अवधारणाओं में शामिल हैं:
  • आपूर्ति और मांग
  • बाजार प्रतिस्पर्धा
  • लाभ और हानि
  • वित्तीय प्रबंधन
  • व्यापार को नैतिकता

एनसीईआरटी (NCERT) द्वारा - 


अब केंद्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद द्वारा जारी की गई किताब में वाणिज्य की जो परिभाषा है, एक बार उसे भी जान लेना चाहिए - 

मेटा एआई फायदेमंद है लेकिन भरोसेमंद नहीं। Meta AI
'वाणिज्य मे दो प्रकार की क्रियाएं सम्मिलित हैं - व्यापार (माल विक्रय के लिए) और व्यापार की सहायक क्रियाएं। सहायक क्रियाएं यथा - बीमा, बैंकिंग, परिवहन, विज्ञापन और दूरसंचार आदि।' 

इसके साथ ही दूसरी तरफ व्यापार की भी परिभाषा दी हुई है जो कहती हैं कि 'वस्तुओ का क्रय विक्रय व्यापार कहलाता है। '

निष्कर्ष - 


मेटा एआई द्वारा जो वाणिज्य की परिभाषा दी गई है उसमें न भाषा की स्पष्टता है और ना ही वाणिज्य की सही परिभाषा है। यह व्यापार और वाणिज्य मे अन्तर को स्पष्ट नहीं करती है। इस परिभाषा को 100 बार पढ़ लेने के बावजूद कभी दोनों मे ना अन्तर स्पष्ट होगा और ना ही कभी परिभाषा का ज्ञान होगा। 

मेटा एआई द्वारा दिए जाने वाले उत्तर उन लोगों के लिए मददगार हो सकते हैं, जिन्हें पहले से काफी ज्ञान हो लेकिन जो पहली बार पढने जा रहे हैं, उन्हें भ्रम और शंका की दुनिया में डालने के साथ ही काफी कुछ गलत और अस्पष्ट जानकारी प्राप्त हो सकती है। ऐसे में मेटा एआई का ईस्तेमाल ऐसी चीजों के लिए बिलकुल भी नहीं किया जाना चाहिए, जिसकी आपको जानकारी नहीं है। 

कितना उपयोगी है मेटा एआई? 


अंतिम बिंदु है यह हमारे आर्टिकल का। कितना उपयोगी है मेटा एआई? क्या वाकई यह मददगार है? इस प्रश्न का उत्तर सबको जानना है, खासतौर से उन लोगों को जो कुछ पढ़ना चाहते हैं और सीखना चाहते हैं। ऐसे में उसकी उपयोगिता हमारे द्वारा इस पर किए गए अनुसंधान के आधार पर हम आपके सामने रखते हैं, जिसे आप बिन्दुवार समझने से पूर्व इसके द्वारा दी जाने वाली जानकारी की विशेषताएं एक बार देख लीजिए, जो निम्न है - 
  1. मेटा एआई द्वारा किसी भी तथ्य के सम्बन्ध में अस्पष्ट जानकारी दी जाती है। 
  2. इसके द्वारा तथ्य के सम्बन्ध में संक्षिप्त जानकारी दी जाती है, जो संदिग्ध होती है। 
  3. सामन्यतः जानकारी के संकलन मे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को अधिक महत्व दिया जाता है, बजाय स्पष्ट और महत्वपूर्ण स्त्रोत्र के। 
  4. जानकारी को इस प्रकार से विभाजित किया जाता है, जिससे अर्थहीन हो जाती है। 
  5. सर्वाधिक व्यू वाले तथ्यों से संकलन, जिसमें गलती को नहीं देखा जाता है। 
अब आपको इसकी उपयोगिता को समझाते हैं, आखिर कितनी उपयोगी है, मेटा एआई की जानकारी - 
  • पास बुक्स जैसी जानकारी - जब हम स्कूल मे पढ़ते थे जो अध्यापक पास बुक्स पढ़ने से मना करते थे। कहते थे, इससे पढ़ने से कभी कुछ समझ नहीं आता। इससे इतर यह भी कह देते इसमे जो जबाब दे रखे हुए है वो सही नहीं है। जब हमने मेटा एआई  को देखा तो अध्यापकों की वह बात याद आ गई। ऐसे में स्पष्ट रूप से कह देते हैं कि यह उतनी ही उपयोगी है, जितनी एक विद्यार्थी के लिए पास बुक्स या कुंजी उपयोगी होती है। सही, सटीक और सारगर्भित जानकारी किताब से मिलती है, ऐसे ही सही जानकारी के लिए गूगल का कोई विकल्प नहीं है, अब तक। 
  • अबोध बालक द्वारा टूटी फुटी और तारतम्यता के अभाव की जानकारी - इसके द्वारा दिए जाने वाले उत्तर अबोध बालक के उत्तर के समान है। वहां शब्द तो होते हैं, लेकिन उन्हें समझना मुश्किल होता है। उन्हें वही समझ सकता है, जो हमेशा बालक से बातचीत करता हैं।नए माहौल में बालक को ले जाने पर उसके द्वारा की जाने वाली बातचीत हमेशा साथ रहने वाले के लिए भी अनुपयोगी हो जाती है। दूसरी तरफ बालक के पास सीमित शब्द भंडार होता है, उसी से टूटी-फूटी भाषा में जबाब देता है, यही हाल है, मेटा एआई  का। 
  • नए लोगों के लिए अनुपयोगी - जैसे बालक की भाषा को उसके साथ रहने वाले ही समझ सकते हैं। अथवा उन्हीं लोगों को पता चलता है, जो उन्हें पहले से जानकारी होती है कि इसे क्या कहना है कि? वैसे ही मेटा एआई  के जबाव भी समझना सबके वश की बात नहीं है। इसके उत्तर उन्हीं लोगों की समझ में आ सकते हैं, जो थोड़ा बहुत पहले से जानते हैं, अन्यथा अर्थ का अनर्थ हो जाता है। 
  • एक लाइन उत्तर के लिए उपयोगी - जैसे बालक से एक शब्द के उत्तर वाले या वाक्य के उत्तर वाले प्रश्न किए जाए, 'तुम्हारा नाम क्या है?' बालक आसानी से उत्तर दे देता है, बड़े जबाब वाले प्रश्नो के उत्तर नहीं दे सकता है, स्पष्ट भाषा में। यही हाल है मेटा एआई  का। 
  • अविश्वसनीय स्त्रोत से भी संकलन - इसके द्वारा उत्तर किसी स्त्रोत से संकलित कर दिए जाते हैं, सामन्यतः इसके द्वारा ऐसे स्त्रोत का संकलन किया जाता है, जो पुराने और अधिक व्यू वाले है। ऐसे स्त्रोत में सोशल मीडिया को भी सम्मिलित कर देता है, जो अविश्वसनीय है। 
ऐसे में यह स्पष्ट है कि इसके द्वारा दी जाने वाली जानकारी आंख मूँद कर भरोसा करने के लायक नहीं है। इस प्लेटफॉर्म पर जो भी जानकारी उपलब्ध होती है, वो शैक्षिक और अन्य महत्वपूर्ण उदेश्य के लिए उपयोग मे नही ली जा सकती है। ऐसी जानकारी को एक बार देखकर विश्वसनीय स्त्रोत की जानकारी के साथ मिलान करने के बाद ही उपयोग में लिया जा सकता है। 

प्रश्न -


प्रश्न - कृत्रिम बुद्धिमता के पिता किसे कहा जाता है?

उत्तर - कृत्रिम बुद्धिमता के पिता जॉन मैकार्थी को कहा जाता है। 

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